भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से नोटबंदी के आंकड़े सार्वजनिक किए जाने के बाद अब आयकर विभाग ने महत्वपूर्ण बयान दिया है। आयकर विभाग ने कहा है कि करीब 10 लाख लोगों पर उसकी नजर है। ये लोग नोटबंदी के दौरान संदिग्ध लोगों की श्रेणी में आ गए, क्योंकि इनके द्वारा खातों में अधिक मात्रा में पैसे जमा किए गए। इसकी जांच भी आयकर विभाग की तरफ से की जा रही है। सवाल है कहीं इन दस लाख लोगों में कहीं आप भी तो शामिल नहीं हैं।
आयकर विभाग के अनुसार नोटबंदी के दौरान कुल 9.72 लाख लोगों ने कुल 13.33 लाख खातों में 2.89 लाख करोड़ रुपए जमा किए थे। आयकर विभाग की इन 9.72 लाख लोगों पर नजर है और इन्हें बताए बिना ही विभाग इस बात की जांच भी कर रहा है कि आखिर इतने पैसों का स्रोत क्या है। यह सारे पैसे सिर्फ 3-4 सप्ताह के भीतर ही इन खातों में जमा करा दिए गए थे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी कहा है कि नोटबंदी से काफी फादा हुआ है। नोटबंदी के चलते लोगों को तरफ से फाइल किए जाने वाले टैक्स रिटर्न में कुल 5.43 अधिक रिटर्न फाइल हुए हैं। कुल करदाताओं में 1.26 करोड़ नए करदाता भी जुड़े हैं। आपको बता दें कि बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने नोटबंदी का डेटा जारी किया था, जिसके अनुसार करीब 99 फीसदी नोट सिस्टम में वापस आ चुके हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार कुल 15.44 लाख करोड़ रुपए में से 15.28 लाख करोड़ रुपए आपबीआई में वापस आ गए।