गोरखपुर
छठ की तैयारी जेल में भी धूम-धाम से शुरू हो गई है। बीआरडी आक्सीजन काण्ड की आरोपी पूर्व प्राचार्य डा. राजीव मिश्रा की पत्नी डा. पूर्णिमा शुक्ला, पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की पत्नी मधुमणि त्रिपाठी और पति-बेटे की हत्या के आरोप में जेल में बंद अर्चना सहित दस महिलाएं इस बार छठ व्रत रहेंगी। इन सबमें सबसे ज्यादा चर्चा में है अर्चना का व्रत। लोग जानना चाहते हैं कि पति और मासूम बेटे की हत्या के आरोप में बंद अर्चना अब आखिर किसके लिए यह व्रत रखना चाहती है।
बहरहाल, जेल प्रशासन ने इनके व्रत की तैयारी शुरू कर दी है। भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए जेल में तालाब खोदवाया जा रहा है। वहीं छठ व्रत महिलाओं से जुड़े सामान को जेल में मंगाने की अनुमति भी दे दी गई है। इनके परिवारीजनों ने बाजार से सामान खरीद कर जेल में पहुंचा दिया है जबकि कुछ के परिवारीजन बुधवार तक सामान पहुंचा देंगे। जेलर आरके सिंह ने बताया कि जेल में 36 महिलाएं बंद हैं इनमें दस ने छठ व्रत रखने की इच्छा जताई है। अन्य त्यौहारों की तरह छठ को लेकर भी जेल प्रशासन व्यवस्था कर रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की अस्था से जुड़ी चीजों के इंतजाम की अनुमति दे दी गई है।
गोरखपुर जेल में बंद दो महिला और एक बच्ची की मंगलवार की सुबह अचानक तबीतय खराब हो गई। जेल प्रशासन ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। बीमार महिलाओं में एक सुंदरी पत्नी बेचन है वह मऊ जिले की रहने वाली है जबकि दूसरी वंदना मौर्या पत्नी अमर भारती है। वह आजमगढ़ की रहने वाली है। वंदना की छह महीने की बच्ची भी बीमार पड़ गई है। उनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।