नई दिल्ली/लखनऊ
उत्तर प्रदेश में SP और BSP के गठबंधन में शामिल न होने के बाद कोंग्रस एक्शन मोड़ में आ गई है। कोंग्रेस अपनी तरफ स्टैंड क्लियर करने में लगी हुई है। डैमेज कंट्रोल कर रही है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन में शामिल न होने के बाद कांग्रेस ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कांग्रेस ने कहा कि वह सभी 80 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी और चुनाव में आश्चर्यजनक प्रदर्शन करेगी। ऐसी भी खबरें हैं कि कांग्रेस राज्य के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव के संपर्क में है। कहा जा रहा है कि यहां भी सीटों को लेकर पेच फंसा है। एसपी और बीएसपी ने मिलकर राज्य में 38-38 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। इस गठबंधन में कांग्रेस को कोई जगह नहीं दी गई है अमेठी और रायबरेली सीट पर गठबंधन कांग्रेस के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
कांग्रेस पार्टी के महासचिव और यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने यहां एक पार्टी की आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंकते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में सभी 80 सीटों पर पूरी ताकत के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। आजाद ने यह भी कहा है कि देश में होने वाले चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच होना है, जिसके लिए पार्टी ने अपनी तैयारियां करनी शुरू कर दी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य कांग्रेस चीफ राज बब्बर भी मौजूद थे।
इससे पहले माना जा रहा था कि कांग्रेस यूपी में एसपी-बीएसपी के साथ होने वाले गठबंधन में हिस्सेदार बन सकती है। ऐसा कहा जा रहा था कि कांग्रेस पार्टी को महागठबंधन में हिस्सेदारी दी जा सकती है, लेकिन शनिवार को एसपी-बीएसपी द्वारा गठबंधन का ऐलान किए जाने के बाद इन संभावनाओं पर विराम लग गया। अब कांग्रेस ने राज्य में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी है।