अयोध्या श्रीरामलला परिसर सहित अयोध्या के खास स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था एसपीजी के हवाले कर दी गयी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसपीजी ने अयोध्या में कोने-कोने की खाक छानी। तमाम संवेदनशील इलाकों में स्नाइपर्स की तैनाती है। वह चप्पे-चप्पे पर नजर रख रहे हैं। रक्षाबंधन के दिन से अयोध्या की सीमाएं सील कर दी जाएगी। 4 से आम एंट्री बंद हो जाएगी। सिर्फ विशेष अनुमति वाले व्यक्तियों को ही एंट्री मिलेगी। 3500 विशेष सुरक्षा अधिकारियों के संगीनों और आंखों में अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। 5 अगस्त समारोह के दिन कोरोना संक्रमण से बचाव और सुरक्षा को देखते हुए एक ही साथ पर 5 लोगों को खड़े होने पर पाबंदी होगी। अयोध्या की सुरक्षा चाक चौबंद हो गयी है। नगर में 500 खुफिया कैमरों और 3500 सुरक्षा जवानों को निगहबानी के लिए लगाया गया है। वहीं ड्रोन कैमरे से भी आसमान से निगरानी की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को 11.40 पर अस्थाई हेलीपैड साकेत महाविद्यालय में उतरेंगे जिसके बाद हनुमानगढ़ी पर पूजन अर्चन कर रामलला की आरती करेंगे। इसके बाद रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखेंगे।
♦️बैठने की त्रिस्तरीय व्यवस्था
रामलला परिसर में अतिथियों के बैठने की त्रिस्तरीय व्यवस्था की गयी है। जर्मन टेंट से पूरा पंडाल ढका गया है। नींव पूजन से लगी पहली पंक्ति है। यहां सिर्फ 200 कुर्सियों का इंतजाम किया गया है। कुर्सियों के बी पांच गज की दूरी रखी गयी है। यहां पीएम के कार्यक्रम में शामिल होने वाले अति विशिष्ट लोगों को जाने की अनुमति होगी। दूसरी पंक्ति में भी 200 कुर्सियों का इंतजाम है। यहां व्यवस्था में लगे अधिकारी और सुरक्षाकर्मी ही जा सकेंगे। इसी तरह तीसरी पंक्ति में भी 200 कुर्सियों का इंतजाम किया गया है। यहां अन्य विशिष्ट आंगतुकों के बैठने की व्यवस्था होगी। इंतजाम इस तरह से किया गया है परिसर में एक साथ 200 से अधिक लोग जमा न हो पाएं। लोग आते-जाते रहें ऐसी व्यवस्था की गयी है। पूरे कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया है।