मॉस्को
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) की वैकेसीन को लेकर दुनिया में सबसे पहले बाजी मारने वाले देश रूस ने एक ओर राहत की खबर दी है। पहली वैक्सीन की सुरक्षा पर उठे सवालों के बीच रूस ने कोविड की दूसरी वैक्सीन भी लॉंच कर दी है । रूस का दावा है कि यह वैक्सीन पहली वैक्सीन से सअधिक सुरक्षित है और इसके दुष्प्रभाव नहीं होंगे। बता दें की इस महीने की शुरुआत में व्लादिमीर पुतिन ने Sputnik-5 वैक्सीन लॉंच की थी, लेकिन परीक्षण के कई दुष्प्रभाव सामने आने के बाद जल्द ही इसकी आलोचना शुरू हो गई थी। दावा किया गया कि रूस द्वारा बनाई गई पहली वैक्सीन के गुणकारी नतीजों पर संदेह जताया गया था, उसी प्रकार बनाई गई दूसरी वैक्सीन एपी-वेक कोरोना पर भी संदेह किया जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी पिछले महीने कहा था कि 2021 की शुरुआत तक एक प्रभावकारी वैक्सीन उपलब्ध नहीं होगी। रूस साइबेरिया में एक पूर्व शीर्ष-गुप्त सोवियत जैविक हथियार अनुसंधान संयंत्र में एपी-वेक कोरोना वैक्सीन विकसित कर रहा है, जो अब एक विश्व-अग्रणी वायरोलॉजी संस्थान है।रूस के दूसरे टीके का क्लीनिकल परीक्षण सितंबर में पूरा हो जाएगा।
वैज्ञानिकों ने दावा किया कि जिन 57 वॉलयंटियर्स पर इस वैक्सीन का प्रयोग किया गया उनमें इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया। इंटरफैक्स ने बताया कि वॉलयंटियर्स को 23 दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सभी स्वस्थ हैं। अब तक किसी प्रतिकूल प्रतिक्रिया का पता नहीं चला है। वैक्सीन का उद्देश्य 14 से 21 दिनों के अंतराल में दो इंजेक्शन लगाने के बाद एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का उत्पादन करना है। रूस के लोगों को उम्मीद है कि इस वैक्सीन का उत्पादन अक्टूबर और नवंबर तक हो जाएगा।