टोक्यो
जापान की गवर्निंग पार्टी ने शिंजो आबे के उत्तराधिकारी के रूप में योशीहिदे सुगा को अपना नया नेता चुना है। इसका साफ़ मतलब है कि सुगा का जापान का अगला प्रधानमंत्री बनना लगभग तय हो गया है। पिछले महीने आबे ने स्वास्थ्य कारणों के कारण अपने इस्तीफे की घोषणा की जिसके बाद जापान में राजनैतिक माहौल गरमा गया था। नए प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए पार्टी में कई नाम उठने लगे थे। आबे के उत्तराधिकारी को चुनने के लिए हुए आंतरिक मतदान में सुगा को सत्तारूढ़ लिबरल डेमाक्रेटिक पार्टी में 377 वोट प्राप्त हुए जबकि अन्य दो दावेदारों को 157 वोट हासिल हुए। सुगा को पार्टी में 70 फीसदी वोट हासिल हुए। अब जबकि एलडीपी ने अपना नया नेता चुन लिया है और संसद में बुधवार को एक और मतदान होगा जहाँ एलडीपी के बहुमत के कारण उन्हें प्रधानमंत्री बनाया जाना लगभग तय है। 71 वर्षीय सुगा वर्तमान प्रशासन में मुख्य कैबिनेट सचिव के रूप में कार्य कर रहे थे और उन्हें प्रधानमंत्री आबे के करीबी माने जाते रहे हैं। सुगा की जीत तय मानी जा रही थी क्योंकि लिबरल डेमोक्रेटस का सत्तारूढ़ गठबंधन में बहुमत है। प्रशासन में मुख्य कैबिनेट सचिव की उनकी केंद्रीय भूमिका को देखते हुए 2021 के चुनाव तक उनसे एक अंतरिम सरकार का नेतृत्व जारी रखने की उम्मीद जा रही है। सुगा ने कहा है कि उनकी शीर्ष प्राथमिकताएं कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ना और इस महामारी से प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना है। उनका कहना है कि वे एक सुधारवादी हैं और उन्होंने नौकरशाही की क्षेत्रीय बाधाओं को तोड़ कर नीतियां हासिल करने का काम किया है। नेतृत्व परिवर्तन का यह मौका देश के सबसे कठिन दौर में आया है। देश अभी भी कोरोनोवायरस महामारी से जूझ रहा है जिसके कारण रिकॉर्ड र्आर्थिक मंदी पैदा हुई है। प्रधानमंत्री आबे की अबेनॉमिक्स नाम से अर्थव्यवस्था को किकस्टार्ट करने की लंबे समय से चली आ रही परियोजना लंबे समय से चल रही है और देश में कई वर्षों से ठहराव, मंदी या केवल धीमी वृद्धि ही देखी जा रही है।