चौधरी चरण सिंह एक कुशल लेखक भी थे। उनका अंग्रेजी भाषा पर अच्छा अधिकार था। उन्होंने कई पुस्तकों का लेखन भी किया। 29 मई 1987 को 84 वर्ष की उम्र
चौधरी चरण सिंह एक कुशल लेखक भी थे। उनका अंग्रेजी भाषा पर अच्छा अधिकार था। उन्होंने कई पुस्तकों का लेखन भी किया। 29 मई 1987 को 84 वर्ष की उम्र
भारत में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से आमलोग ही नहीं, बल्कि देश के प्रमुख रणनीतिकारों में एक समझे जाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत भी परेशान
गौरतलब है कि ईरान में इस्लाम से जुड़े नियमों जैसे कि हिजाब, बुर्का आदि का पालन कराने के लिए मोरैलिटी पुलिस बनाई गई। इसका गठन पूर्व मेहमूदक अहमदीनेजाद के समय
भारत में महिलाएँ देश की आबादी का लगभग आधा हिस्सा हैं। यूँ तो यह आधी आबादी कभी शोषण तो कभी अत्याचार के मामलों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है,
वर्ष 1951 में चीनी सेना ने एक बार फिर तिब्बत पर नियंत्रण कर लिया। बताया जाता है कि तब बातचीत के लिए तिब्बत से चीन गए शिष्टमंडल के नेताओं से
भारतीय सेना के जज्बे को सलाम करने और उसकी वीरता भरी कहानियां आप तक पहुँचाने, रक्षा-सुरक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दे आपको समझाने और सामरिक महत्व के गंभीर विषयों से
चीन की सरकार हालांकि अपने देश में कोरोना के मार की सही तस्वीर बाहर नहीं आने दे रही है लेकिन फिर भी सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहे
पहले की बात को यदि छोड़ भी दें तो करीब ढाई साल पूर्व 15 जून 2020 की रात को पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच
1917 में मोहनदास करमचन्द गांधी के संपर्क में आने के बाद सरदार वल्लभ भाई ने ब्रिटिश राज की नीतियों के विरोध में अहिंसक और नागरिक अवज्ञा आंदोलन के जरिए खेड़ा,
पंजाब में सफलता के बाद उनकी पार्टी गुजरात और हिमाचल में चुनाव में उतरी। हिमाचल प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी (आप) को केवल 1.10