चंडीगढ़
– राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद भड़की हिंसा
– हरियाणा सरकार का बयान- हिंसा में मुकसान की भरपाई सरकार करेगी
– फैसले के बाद पंचकूला में फैली हिंसा पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बयान जारी किया
– हिंसा के मद्देनजर राम रहीम को हेलीकॉप्टर से पंचकूला से रोहतक जेल ले जाया गया
– कोर्ट के आदेश के मुताबिक राम रहीम की संपत्ति बेचकर नुकसान की भरपायी की जाएगी
– पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार से राम रहीम की संपत्तियों की डीटेल मांगी
– हिंसा की आग दिल्ली पहुंची
– फैसले के बाद डेरा का पहला बयान- हमारे साथ अन्याय हुआ
एक गुमनाम पत्र पर लिए गए संज्ञान के करीब 15 साल बाद आज पंचकुला सीबीआई कोर्ट ने यौन शोषण मामले में फैसला सुनाते हुए डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम को दोषी करार दिया है। राम रहीम को अंबाला सेंट्रल जेल ले जाया जा रहा है। सजा पर अगली सुनवाई 28 अगस्त को की जाएगी। फैसले के बाद पंचकुला में पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है। हरियाणा के कई शहरों की बिजली काटी गयी। बता दें कि पूरी सुनवाई के समय कोर्ट में केवल जज राम रहीम और स्टाफ मौजूद थे। जज जगदीप सिंह ने पूरा फैसला पढ़ा। साध्वी यौन शोषण मामले में सीबीआई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम को दोषी करार दिया है। उन्हें दोषी करार देते ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। कोर्ट ने उन पर सभी आरोपों को सही मानते हुए यह फैसला सुनाया है। इसके बाद सजा का ऐलान सोमवार को किया जाएगा।
साध्वी यौनशोषण मामले में पंचकूला सीबीआइ कोर्ट द्वारा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद उनके समर्थक बेकाबू होने लगे हैं। पंचकूला में समर्थकों ने पांच हवाई फायर किए। यही नहीं, उन्होंने मीडियाकर्मियों पर हमला किया। सीबीआइ में भी तोड़फोड़ की गई। डेरा प्रेमियों ने 100 से अधिक वाहनों को आग लगा दी है। पंचकूला का आयकर दफ्तर व भारतीय जीवन बीमा निगम का दफ्तर को भी प्रेमियों ने आग के हवाले कर दिया। पंचकूला में हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़ गयी है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सिर्फ पंचकूला में 17 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा सिरसा में जहां डेरा सच्चा सौदा का हेडक्वार्टर है वहां भी एक व्यक्ति की मौत हुई है. इस तरह हिंसा में मरने वाले की संख्या 18 हो गयी है. हिंसा के बाद हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ”फैसले के बाद कुछ लोगों ने कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश की है. इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. अफवाहों पर ध्यान ना दें और शांति बनाए रखें.”
हरियाणा सरकार का बयान- हिंसा में मुकसान की भरपाई सरकार करेगी
हिंसा के बाद हरियाणा सरकार की ओर से पहला बयान आया है. हरियाणा के गृह सचिव राम निवास ने कहा, “हिंसा पर काबू पाने के लिए प्रशासन पूरी कोशिश रहा है. जानकारी के मुताबिक हिंसा में मीडिया की गाड़ियां जलायीं गयीं हैं. हरियाणा सरकार मीडिया के नुकसान की भरपाई करेगी. इसके साथ ही जिन प्राइवेट वाहनों को नुकसान हुआ है उसका नुकसान भी सरकार देगी. हम डेरा सच्चा सौदा के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं.”
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर में हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने एतिहातन शामली जिले में धारा 144 लगा दी है. इसके साथ उत्तर प्रदेश के हरियाणा से लगने वाले सभी बॉर्डर को भी सील किया गया है. मौके पर पुलिस बल मौजूद है.
हरियाणा के सिरसा में जहां डेरा सच्चा सौदा का हेडक्वार्ट्र है वहां पर थोड़ी देर पहले सेना की एक बड़ी टुकड़ी ने फ्लैग मार्च किया है. जानकारी के मुताबिक डेरा सच्चा सौदा के हेडक्वार्टर के अंदर भी बहुत बड़ी तादात में समर्थक मौजूद हैं. सेना इन्हें बाहर निकालने का काम कर सकती है. सिरसा में भी हिंसा हुई है, कई गाड़ियों को फूंका गया है. राम रहीम पर फैसले के बाद समर्थकों की हिंसा पर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट का बड़ा फैसला आया है. कोर्ट ने राम रहीम की सारी संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए हैं. कोर्ट के आदेश के मुताबिक राम रहीम की संपत्ति बेचकर नुकसान की भरपायी की जाएगी. पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार से राम रहीम की संपत्तियों की डीटेल मांगी है. अभी अटैच करने के लिए नहीं कहा है, कल फिर सुनवाई होगी.
राम रहीम पर फैसले के बाद पंचकूला में फैली हिंसा पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बयान जारी किया है. गृहमंत्री ने कहा, ”मैंने पंजाब और हरियाणा के सीएम से बात की है. दोनों सीएम ने बताया कि स्थिति काबू में है. जो भी फोर्स चाहिए वो दी जा चुकी है. मैं विदेश में था तब हिंसा की जानकारी मिली. जानमान की भरपायी संभव नहीं है. दोनों सीएम ने भरोसा दिलाया है कि हालात को काबू कर लिया जाएगा. फोर्स को लगातार अलर्ट पर रखा गया है.” हरियाणा हिंसा की आग दिल्ली पहुंची गयी है. गाजियाबाद के लोनी इलाके में राम रहीम समर्थकों ने डीटीसी की बस में आग लगा दी है. कई अन्य इलाकों से भी हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं. दिल्ली के आनंदविहार इलाके में भी हिंसा की खबर आयी है. जानकारी के मुताबिक डेरा सच्चा सौदा समर्थकों ने आनंदविहार में एक बस को आग के हवाले कर दिया है.
पंचकूला में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के लाख प्रयास के बावजूद हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. राम रहीम के समर्थक उपद्रव करने से बाज नहीं आ रहे हैं. बड़ी जानकारी के मुताबिक हिंसा में अभी तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. फैसले में दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकूला में फैली में हिंसा के मद्देनजर राम रहीम को हेलीकॉप्टर से पंचकूला से रोहतक जेल ले जाया गया है. इसके साथ स्थिति को जल्द से जल्द काबू में लाने के लिए सेना की 6 टुकड़ियां भी लगायी गयी हैं.
बता दें, सिरसा में डेरा का मुख्यालय है। वहां कल ही कर्फ्यू लगा दिया गया था। इसके बावजूद वहां भी डेरा प्रेमियों के हुजूम ने हालात बेकाबू कर दिए हैं। पंजाब में भी हिंसा होने लगी है। एहतिहातन, पंचकूला, बठिंडा, फिरोजपुर, मानसा में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पंचकूला, बठिंडा सहित कई शहरों में बिजली काट दी गई है।
सीबीआइ कोर्ट का फैसला आते ही पंचकूला सहित हरियाणा व पंजाब में डेरा प्रेमी बेकाबू हो गए। पंचकूला में डेरा प्रेमियों ने लोगों के घरों की खिड़कियां तक तोड़ दी। फाजिल्का में भी डेरा प्रेमी बेकाबू हो गए। उन्होंने बस अड्डे पर खड़ी बस को आग लगा दी। गांव चैनलवाल की टेलीफोन एक्सचेंज को आग लगाने की घटनाओं के अलावा मानसा में चार गाड़ियां फूंक दी गई हैं। वहीं मुक्तसर साहिब के कसबा मलोट के रेलवे स्टेशन को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया है। मुक्तसर के मलोट में रेलवे स्टेशन पर आग लगाने के बाद एक पेट्रोल पंप पर भी आग लगा दी गई है। उग्र भीड़ पर काबू नहीं पाया जा रहा। प्रशासन और पुलिस के सभी प्रबंध फेल साबित हो रहे हैं। गिद्दड़बाहा के रेलवे स्टेशन को भी आग के हवाले किया गया। संगरुर में बिजली घर में आग लगाई गई।
इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने डेरा समर्थकों से अपील करते हुए कहा, कोर्ट का फैसला हम लागू कराएंगे। उन्होंने आगे कहा कि पूरे राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और हालात से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गयी है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानून-व्यवस्था की जानकारी ली। साथ ही गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री से बात की। बता दें कि शुक्रवार सुबह 9.05 बजे राम रहीम सिरसा आश्रम से पंचकुला कोर्ट के लिए रवाना हो गए थे। सिरसा से रवानगी के वक्त राम रहीम के साथ 800 गाड़ियों का काफिला चला था।
बाबा राम रहीम पर फैसला आते ही उनके अनुयायी उग्र हो गए हैं और एक न्यूज चैनल की ओबी वैन को आग के हवाले कर दिया गया है। लोगों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं और सुरक्षाबलों की टुकड़ियां रवाना हो चुकी हैं। वहीं पंजाब के दो रेलवे स्टेशनों को आग के हवाले कर दिया गया है। हंगामे के दौरान पंचकूला में हुई फायरिंग में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है।
भीड़ ने सेक्टर 4 और 5 के इलाके में पथराव शुरू कर दिया है और इसके चलते पुलिस और सुरक्षाबलों को पीछे हटना पड़ा है। इस हिंसा और पथराव में कई न्यूज चैनल्स के पत्रकार और कैमरामैन्स के घायल होने की खबरें आ रहीं हैं। पंजाब में एक पेट्रोल पंप को भी आग के हवाले कर दिया गया है। शिमला हाईवे और अन्य कई जगहों पर गाड़ियों आग के हवाले कर दिया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फैसला आने के बाद बाबा राम रहीम की आंखे नम थी। फैसले के बाद कोर्ट परिसर में पश्चिमि कमांड की टुकड़ी पहुंच गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार यहां से बाबा राम रहीम को सेना की ही निगरानी में रखा जाएगा। जानकारी के अनुसार पश्चिमि कमांड में एक अस्थायी जेल में रात तक रखा जाएगा जहां से उन्हें अंबाला जेल में शिफ्ट किया जाएगा। फिलहाल राम रहीम को सेना ने अपनी हिरासत में लिया हुआ है और खबर है कि उनका मेडिकल टेस्ट करवाया जा सकता है। इस बाती उम्मीद भी जताई जा रही है कि सजा के ऐलान के दिन उन्हें कोर्ट लाने की बजाय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही सजा सुना दी जाए।
जानकारी के अनुसार जिमखाना ग्राउंड को खाली करवाने के लिए कार्रवाई शुरू हो गई है और भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं। पंचकुला में भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। हेलीकॉप्टरों के जरिए भी निगरानी की जा रही है। अदालत के परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन को डर है कि इस मामले में अगर फैसला डेरा प्रमुख के खिलाफ आया तो कानून-व्यवस्था के लिये चुनौतीपूर्ण हालात हो सकते हैं। इसे देखते हुये पंजाब और हरियाणा के संवेदनशील इलाकों में 15000 अर्धसैनिक बलों समेत हजारों की संख्या में जवानों को तैनात किया गया है।
एक दिन पहले गुरुवार को डेरा प्रमुख ने ट्वीट कर कहा था कि वे कोर्ट में पेश होंगे। कोर्ट में पेशी उनकी अपनी जिम्मेदारी है, लेकिन सरकार उन्हें हवाई मार्ग के जरिए यहां लाने में मदद कर सकती है। मने सदा कानून का सम्मान किया है। हालांकि हमारी कमर में दर्द है, फिर भी कानून की पालना करते हुए हम कोर्ट जरूर जाएंगे। सभी शांति बनाए रखें। हमें भगवान पर दृढ़ भरोसा है -संत गुरमीत राम रहीम सिंह, डेरा प्रमुख। अपने समर्थकों से शांति की अपील करते हुए बाबा राम रहीम ने एक वीडियो जारी किया है। जिसमें समर्थकों को अपने घर में रहने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि मैं स्वर्ग में जाकर फैसला सुनूंगा।
बाबा की गाड़ियां जैसे ही सिरसा से निकलीं, कई समर्थक उनकी गाड़ियों के आगे लेट गए, लोगों ने उन्हें आगे से हटाया। इसके बाद कैथल में राम रहीम के समर्थकों ने करीब 40 मिनट तक काफिले को रोके रखा। वे सड़क पर लेट गए और सुरक्षाकर्मियों को उन्हें हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस बीच अंबाला में पुलिस और समर्थकों के बीच बहस हो गयी। दरअसल हाईवे से पुलिस द्वारा समर्थकों को हटाया जा रहा था। इससे पहले काफिले में तीन गाड़ियों के आपस में टकराने की भी खबर मिली थी।
हरियाणा के डीजीपी ने कहा, हम पर विश्वास रखें, कानून क्षेत्र में शांति है और कानून-व्यवस्था बनी हुई है। सीआरपीएफ डीजी राजीव भटनागर ने बताया कि सेना को तैयार रहने को कहा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कानून व्यवस्था की जानकारी ली है। इससे पहले गुरुवार को हाई कोर्ट ने हरियाणा और पंजाब के एडवोकेट जनरल तथा पुलिस अधिकारियों से पूछा है कि धारा 144 लागू होने के बाद भी लाखों की भीड़ क्यों एकत्र हुई। कहा कि राज्य में जमा हो रहे लोगों को तुरंत उनके घर वापस भेजा जाए। साथ ही अधिक फोर्स तैनात करने के निर्देश दिए। कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा कि हरियाणा के डीजीपी मामले से निपटने में पूरी तरह फेल साबित हो रहे हैं। हाई कोर्ट उन्हें डिसमिस करने का आदेश जारी कर सकता है।
फैसला आने से पहले पंजाब और हरियाणा सरकार ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना को रिजर्व में रखा है। हरियाणा-पंजाब में 64 हजार सैनिकों को तैनात किया गया है और हरियाणा के सिरसा में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू है। पंचकुला और सिरसा में डेरा समर्थकों की भारी तादाद देखते हुए सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। पंजाब और हरियाणा में शुक्रवार को स्कूल और कॉलेज व चंडीगढ़ के तमाम दफ्तरों को बंद कर दिया गया है।
अधिकारियों ने पंचकुला के लिये बस और रेल सेवा भी रोक दी है। रेल विभाग ने पंजाब और हरियाणा जाने वालीं 29 ट्रेनों को आज से चार दिन के लिए रद्द कर दिया है। पंजाब जाने वाली 22 और हरियाणा जाने वाली सात ट्रेनें रद्द की गई हैं। परिचालन की स्थिति में चार दिनों ये ट्रेनें कुल 74 चक्कर लगातीं। डेरा प्रमुख के प्रशंसक पंचकुला, चंडीगढ़ और आस-पास के क्षेत्रों में इकट्ठा हो रहे हैं। पंचकुला, सिरसा, हिसार और कई दूसरे स्थानों पर सुरक्षा बलों द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया और कई अस्पतालों को सुरक्षात्मक उपायों के मद्देनजर हाई अलर्ट पर रखा गया है।
हरियाणा-पंजाब व चंडीगढ़ में तत्काल प्रभाव से इंटरनेट और मोबाइल डाटा सेवाएं बंद हैं। पंजाब सरकार ने हरियाणा के अलावा राजस्थान की सीमा भी सील करने के आदेश दिए हैं। केंद्र ने हालात से निपटने के लिए पंजाब को अर्धसैनिक बलों की 10 और कंपनियां दी हैं। हरियाणा में अर्धसैनिक बलों की 50 से अधिक कंपनियों ने मोर्चा संभाल लिया है। उत्तर रेलवे ने हरियाणा जाने वाली ट्रेनों में सुरक्षा बढ़ाने के साथ कई ट्रेनें रद कर दी हैं। गुरुवार को भी कई ट्रेनें नहीं चलीं।
डेरा प्रमुख के खिलाफ सीबीआई ने 2002 में यौन शोषण का मामला पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर दर्ज किया था। इससे पहले दो महिला अनुयायियों के कथित यौन शोषण के बारे में पर्चे बांटे गए थे। सिंह पर हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा परिसर के भीतर दुष्कर्म का आरोप है।
गुमनाम पत्र के माध्यम से एक साध्वी ने डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम पर यौन शोषण सहित कई अन्य संगीन आरोप लगाए थे। यह पत्र तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखा गया था। साथ ही इसकी प्रति पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को भेजी गई थी। पत्र में आरोप लगाए गए थे कि पीडि़ता पंजाब की रहने वाली है और सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में 5 साल से एक साध्वी के रूप में रह रही है। आरोप लगाया गया कि साध्वियों का शोषण किया जा रहा है। अपनी आपबीती भी बताई गई थी, जिसमें डेरामुखी गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण के आरोप लगे थे। घटना 1999 की है और पत्र 2001 में लिखा गया। प्राथमिकी 2002 में दर्ज की गई। तब उच्च न्यायालय ने पत्र का संज्ञान लेते हुए सितंबर 2002 को मामले की सीबीआइ जांच के आदेश दिए थे। सीबीआइ ने जांच में उक्त तथ्यों को सही पाया और डेरा प्रमुख के खिलाफ विशेष अदालत के समक्ष 31 जुलाई 2007 में आरोप पत्र दाखिल कर दिया।
राम रहीम के भक्तों का मीडिया टीम पर धारधार हथियार से हमला
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पंचकूला कोर्ट ने यौन शोषण मामले में दोषी करार दिया है. राम रहीम को दोषी करार किए जाने से बौखलाए उनके समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया है. समर्थकों ने मीडिया की टीम पर भी हमला किया. राम रहीम के समर्थकों ने मीडिया की OB वैन तोड़ दी है. राम रहीम के समर्थक लगातार हंगामा कर रहे हैं, उन्होंने कई जगह आग लगा दी है. उन्हें काबू में रखने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े जा रहे हैं. पंचकूला के अलावा मीडिया की टीम पर सिरसा में भी हमला हुआ है. मीडिया के कैमरामैन पर धारधार हथियार से हमला किया गया है. बता दें कि कुछ ही देर पहले गुरमीत राम रहीम को साध्वी से यौन शोषण का दोषी करार दिया गया है. कोर्ट अब 28 अगस्त को उनकी सजा पर सुनवाई करेगा. फैसला सुनते ही राम रहीम कोर्ट में अपने होश खो बैठे. राम रहीम कोर्ट से सीधा जेल जा रहे हैं, उन्हें कस्टडी में लिया गया है. हरियाणा के कई शहरों की बिजली काट दी गई है. हालात को देखते हुए पंचकूला में सेना फ्लैग मार्च कर रही है. अभी राम रहीम की मेडिकल जांच हो रही है. राम रहीम को दोषी करार दिए जाने की खबर से देशभर में फैले राम रहीम के लाखों समर्थकों में दुख की लहर फैल गई है. खासकर हरियाणा और पंजाब में तो समर्थकों की भीड़ ने सरकार के हाथ-पैर फुला दिए हैं.
कोर्ट इस मामले में राम रहीम को 7 साल की सजा सुना सकती है. नियमों के मुताबिक अगर किसी अभियुक्त को पांच साल से ज्यादा की सजा सुनाई जाती है तो उसे ऊपरी कोर्ट से जमानत लेनी होती है. यानी बाबा राम रहीम को अब हाईकोर्ट से जमानत लेनी होगी. जब तक जमानत नहीं मिलती तब तक उन्हें जेल में ही रहना होगा. सिरसा के डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ ये मामला तब चर्चा में आया था जब अप्रैल 2002 में एक साध्वी ने चिट्ठी लिखकर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को यौन शौषण की शिकायत भेजी. हाईकोर्ट ने इस चिट्ठी के तथ्यों की जांच के लिए सिरसा के सेशन जज को भेजा और इसके बाज इसी साल दिसंबर में सीबीआई ने राम रहीम पर धारा 376, 506 और 509 के तहत मामला दर्ज कर लिया.
फैसले के बाद डेरा का पहला बयान- हमारे साथ अन्याय हुआ
राम रहीम पर सीबीआई कोर्ट के फैसले के बाद डेरा सच्चा सौदा की ओर से पहला बयान आया है. डेरा की ओर से कहा गया, ”हमारे साथ अन्याय हुआ है. हम इसकी आगे अपील करेंगे. हमारे साथ वही हुआ जो इतिहास में गुरुओं के साथ हुआ. डेरा सच्चा सौदा मानवता भलाई के लिए है, सभी शांति बनाये रखें.”