प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 3 सितंबर की चीन यात्रा से पहले कैबिनेट में 2 सितंबर को विस्तार हो सकता है। इस विषय में तीन दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बीच लंबी चर्चा हुई थी। इस विस्तार में कम से कम दो दर्जन मंत्री फेरबदल से प्रभावित होंगे। इसमें एक जैसे कई मंत्रालयों के विलय की भी उम्मीद है। जिनमें कृषि और रसायन, रेलवे और नागरिक उड्डयन जैसे कुछ मंत्रालय शामिल हैं।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यस्थान की वसुंधरा राजे और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह को केंद्र की मोदी सरकार में लाया जा सकता है।
राजनीतिक घटनाक्रम में हो रहे बदलाव को देखते हुए एआईएडीएमके के आने के बाद शिवसेना कि स्थिति मोदी मंत्रिमंडल में कमजोर होने वाली है। 2019 के चुनावों के ध्यान में रखते हुए ही कैबिनेट में फेरबदल के लिए मापदंड तैयार किए गए हैं। संभावना है कि सात नए राज्यपाल नियुक्त किए जाएंगे। जिनमें कलराज मिश्रा, लालाजी टंडन, विजय कुमार मल्होत्रा के अलावां कुछ और नाम सूची में शामिल हैं।
केंद्र सरकार में लगभग आधा दर्जन प्रमुख मंत्रालय के मंत्रियों के पास अतिरिक्त मंत्रालय भी हैं, जिनमें से प्रत्येक से एक मंत्रालय लिया जा सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि उत्तराखंड से एक और मंत्री को कैबिनेट में लिया जा सकता है। जनता दल यूनाइटेड के दो मंत्रियों को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। जिनमें जनता दल यूनाइटेड के आर.पी. सिंह को कैबिनेट मंत्रालय दिया जा सकता है और संतोष कुमार को राज्यमंत्री का पद दिया जा सकता है।
2019 के चुनावों के बाद नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर उप प्रधानमंत्री का पदभार संभाल सकते हैं। कर्नाटक, गुजरात और हिमाचल राज्यों के और प्रतिनिधित्व केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि इन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। प्रबल संभावना है कि राधा मोहन सिंह, उमा भारती और राजीव प्रताप रूडी को कैबिनेट से हटाया जा सकता है। अरुण जेटली रक्षा मंत्री के तौर पर अपना काम जारी रखेंगे ऐसी उम्मीद है, लेकिन वित्त मंत्री का चार्ज पीयूष गोयल को दिया जा सकता है।
2019 के चुनावों से पहले मोदी सरकार के कैबिनेट का यह अंतिम विस्तार होगा और यही टीम अगले चुनावों में भाजपा का नेतृत्व करेगी। धर्मेंद्र प्रधान के कार्य मोदी खुश बताए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि पेट्रोलियम में अच्छा काम किया है उन्हें पदोन्नति दी जा सकती है। राजवर्धन सिंह राठौर, पीयूष गोयल और जयंत सिन्हा को भी पदोन्नति दी जा सकती है।