बीएचयू के इतिहास में पहली बार किसी महिला को चीफ प्रॉक्टर बनाया गया

वाराणसी
आईएमएस के एनोटॉमी विभाग की डॉ रॉयना सिंह बीएचयू की नई चीफ प्रॉक्टर नियुक्त की गई हैं। बीएचयू के इतिहास में पहली बार किसी महिला को चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है। गौरतलब है कि प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के प्रो. ओंकार नाथ सिंह ने मंगलवार की देर रात चीफ प्रॉक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया था। कुलपति ने इस पद का दायित्व प्रो. महेन्द्र कुमार सिंह को दिया। प्रो. एमके सिंह चिकित्सा विज्ञान संस्थान, नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष हैं।
बीएचयू में हुए बवाल की क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है। जांच टीम ने बुधवार को विश्वविद्यालय परिसर के सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन से प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों की जानकारी ली। सुरक्षा गार्डों से भी पूछताछ की। एसपी क्राइम ज्ञानेन्द्र नाथ प्रसाद ने बताया कि मामले की जांच के लिए पांच टीमें लगी हैं। सबसे पहले 23 और 24 सितम्बर को घटना के दौरान मौजूद प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सभी सदस्यों की जानकारी ली गई है। वहीं सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर वायरल व इलेक्ट्रॉनिक चैनलों पर चल रहे वीडियो और अखबारों में प्रकाशित खबरों, फोटो की जांच के अलावा घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। पहचान के बाद सभी लोगों की सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद सभी को बारी-बारी बुलाकर पूछताछ होगी। इसके आधार पर घटना में संदिग्ध लोगों की भूमिका तय की जायेगी। जो छात्र दोषी नहीं मिलेंगे, उनको जांच के दायरे से बाहर कर दिया जाएगा। एसएसपी आरके भारद्वाज ने मंगलवार को मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी थी।
एसपी क्राइम ने बताया कि महामना मदन मोहन मालवीय की मूर्ति पर कालिख पोते जाने के प्रयास की भी जांच की जा रही है। इस मामले में मौके से सैंपल लिया गया है। साथ ही उस दिन आस-पास के क्षेत्र की सीसीटीवी फुटेज में आने-जाने वाले लोगों की जांच की जा रही है। इस मामले में जिन पर आरोप लगे हैं, उनसे भी पूछताछ की जाएगी। क्राइम ब्रांच पत्रकारों पर हुए हमलों की भी जांच करेगा। पत्रकारों पर लाठी से हमले के दोषी पुलिस कर्मियों की पहचान की जाएगी।
बीएचयू के कुलपति प्रो. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी बुधवार को त्रिवेणी महिला छात्रावास जाकर छात्राओं से भेट की। उन्होंने विश्वविद्यालय में सुरक्षा योजना के बाबत छात्रों से चर्चा की। कहा कि सुरक्षा में व्यापक बदलाव किया गया है। छात्रवासों की सुरक्षा में शारीरिक शिक्षा विभाग की सीनियर छात्राओं की ड्यूटी लगाई जाएगी। साथ ही महिला छात्रवासों का रूट चार्ट तैयार होगा। इन सड़कों पर यातायात की शर्तें लागू होंगी। कुलपति के साथ कुलसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी सहित छात्रावास की समन्वयक एवं संरक्षिकागण मौजूद रहीं।
बीएचयू परिसर में हालात अब सामान्य हो रहे हैं। सड़कों पर फिर से चहल पहल बढ़ने लगी है। बुधवार को परिसर के चौराहों पर तैनात अर्द्धसैनिक बल भी अब हटा लिए गए हैं। अब महिला महाविद्यालय, त्रिवेणी संकुल तथा कुलपति आवास पर ही पुलिस बल तैनात है। बिड़ला छात्रवास में सियापा है, लालबहादुर शास्त्री छात्रावास में छात्रों की संख्या न के बराबर दिख रही है। छात्रावासों में दशहरा अवकाश के बाद ही रौनक लौटने की संभावना है। बुधवार को परिसर के बाहर की दुकानों पर भी छात्र-छात्राओं की भीड़ नहीं थी। अवकाश के चलते अधिकांश विद्यार्थी घर चले गए हैं।

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