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नौतनवा ,फरेन्दा में सांस, बुखार, खांसी से पीड़ित मरीजों को काम चलाऊ दवा देकर घर भेजा देते है डाक्टर


रतन गुप्ता उप सम्पादक

नौतनवा और फरेन्दा क्षेत्रो के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डाक्टरों को घोर लापरवाही से सही ढंग से ईलाज न होने से प्राईवेट अस्पतालों में भीड़ हो रही है । सरकार की योजना पुरी तरह से कागज़ों में चल रही है ।

-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 49 मरीजों का हुआ इलाज, अस्पतालों पर पसरा रहा सन्नाटा प्राईवेट अस्पताल हो रहे हैं मालामाल गरीब मरिज परेशान हैं । डाक्टरों का व्यवहार बहुत ही खराब है ।
मुख्यमंत्री आरोग्य मेले से लोगों का मोह भंग हो रहा है। स्वास्थ्य केंद्रों पर आए सांस, बुखार, खांसी से पीड़ित ज्यादातर मरीजों को काम चलाऊ दवा देकर घर भेज दिया गया। ज्यादातर केंद्रों पर डॉक्टर नहीं फार्मासिस्ट मरीजों का इलाज करते मिले। त्योहार के कारण मरीजों की संख्या में भी कमी दिखी। फरेंदा क्षेत्र के तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कुल 49 मरीज इलाज के लिए पहुंचे। नौतनवा में बहुत बुरा है दवा ही नहीं है डाक्टर का व्यवहार ही खराब है । मरीज नहीं जा रहे हैं सरकारी अस्पताल में कागज़ों में चल रहा है । मरिजो के नाम नौतनवा में दर्जनों प्राईवेट अस्पताल खुल गये है ।
फरेंदा क्षेत्र के न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महदेवा दूबे में कुल 25 मरीज पहुंचे। इसमें सबसे अधिक सांस के मरीज रहे। सर्दी, जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या अधिक रही। सभी मरीजों का इलाज डॉ. व फार्मासिस्ट ने किया। डॉक्टर ने बताया कि चर्म रोग, सांस व पेट के रोगी अधिक पहुंच रहे। अस्पताल पर डंडे के सहारे पहुंची मरिजो ने बताया कि कई दिनों से ब्लड प्रेशर व शुगर की समस्या हैं, जिसके इलाज के लिए पहुंचे थे। डाॅक्टर ने इलाज कर दवा दी कोई फायदा नहीं हो रहा है ।
नौतनवा में सरकारी अस्पतालों में डाक्टर एक दो घन्टो में ही भाग जाते हैं । गरीब मरिज आते हैं और बिना ईलाज कराये चले जाते हैं ।
न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लोक विद्या पीठ नगर में तैनात डाॅ. मुकेश गुप्ता अनुपस्थित रहे। उनकी अनुपस्थिति में फार्मासिस्ट में अरुण चतुर्वेदी ने मरीजों का इलाज किया। अस्पताल में 17 मरीज पहुंचे, जिसमें सबसे अधिक बुखार व सर्दी जुकाम के मरीज मिले। अस्पताल का एएनएम व आशा कार्यकर्ता भी अनुपस्थित मिले। गठिया के मरीज सामान्य दवा देकर भेज दिया गया।

न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेजार महदेवा में चिकित्सक के स्थानांतरण के बाद से किसी भी डाॅक्टर की तैनाती नहीं हो सकी हैं, जिसके कारण अस्पताल पर मरीजों की संख्या में कमी आ रही हैं। आरोग्य मेले में कुल 07 मरीज ही पहुंचे। जिनका इलाज फार्मासिस्ट महेंद्र सिंह व स्टाफ नर्स प्रियंका ने किया। अस्पताल पर पहुंचे लालमन ने बताया कि डाॅक्टर के अभाव में इलाज फार्मासिस्ट करते हैं।

छठ पर्व के कारण स्वास्थ्यकर्मियों की अनुपस्थित हैं, जिसको अगले आरोग्य मेले से सुधार करने का प्रयास किया जाएगा। मरीजों का इलाज पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। बगैर सूचना के अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
-डॉ. एमपी सोनकर, अधीक्षक सीएचसी फरेंदा

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