*रतन गुप्ता उप संपादक
अधिकारियों के अनुसार चीनी नागरिक के साथ दो नेपाली नागरिक सिरहा जिले के चिकित्सक संजीव दास एवं इंजीनियर मुकेश कुमार दास भी पकड़ा गया था, जिसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया.
भारत- नेपाल बॉर्डर पर नो मैंस लैंड में पकड़े गए चीनी नागरिक यूसि चाउ को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया है. कोर्ट ने भारत में प्रवेश का वैध प्रमाण पत्र नहीं रहने के आरोप में उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. सशस्त्र सीमा बल ने उसे नो मैंस लैंड में भारत की तरफ से गिरफ्तार किया था. अधिकारियों के अनुसार चीनी नागरिक के साथ दो नेपाली नागरिक सिरहा जिले के चिकित्सक संजीव दास एवं इंजीनियर मुकेश कुमार दास भी पकड़ा गया था, जिसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया.
बॉर्डर पर लगे पिलरों की कर रहे थे फोटोग्राफी
जानकारी के अनुसार तीनों नो मैंस लैंड में भारतीय सीमा की तरफ प्रवेश करने एवं बॉर्डर पिलरों की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी करने की कोशिश कर रहे थे. इसकी सूचनाजैसे ही सशस्त्र बल को मिली, वो मौके पर पहुंची. भारतीय सुरक्षाकर्मी को आते देख तीनों नेपाल की ओर भागने की कोशिश करने लगे. तीनों को खदेड़कर पकड़ा गया. 18वीं वाहिनी बीओपी लदनियां के पदाधिकारी विक्रांत डटिक के आवेदन पर तीनों के खिलाफ लदनियां थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. हालांकि पूछताछ के बाद दोनों नेपाली नागरिक को छोड़ दिया गया.
कई देशों की मुद्राएं बरामद
चीनी नागरिक के पास से पुलिस ने चाइनीज करेंसी के साथ-साथ अमेरिकन, मलेशिया एवं नेपाली करेंसी भी जब्त किया है. हालांकि, तलाशी के दौरान चीनी नागरिक के पास से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने का पासपोर्ट, वीजा एवं अन्य कोई दस्तावेज नहीं मिला. थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने बताया कि चीन का पासपोर्ट, पच्चीस सौ नेपाली रुपए, मोबाइल, लैपटॉप, अमेरिकन डॉलर, मलेशियाई करेंसी, चाइनीज क्रेडिट कार्ड बरामद किया गया गया है. जानकारी के अनुसार यूसि चाउ नेपाल आया था. नेपाल सीमा से वह भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर रहा था.