दुबई
दुबई में रहने वाले भारतीय मूल के व्यवसायी टीएन कृष्ण कुमार ने 61 भारतीयों की वतन वापसी में मदद की। दुबई में हादसे में अपने बेटे को खोने वाले कुमार ने UAE में फंसे 61 लोगों का खर्चा उठाया और उनकी घर लौटने में मदद की। कृष्ण कुमार के 19 साल के बेटे रोहित और पड़ोसी शरत (21) स्कूल खत्म होने के बाद छुट्टियां मनाने गए थे और इसी दौरान हुए एक हादसे में दोनों की मौत हो गई। बेटे का अंतिम संस्कार करके केरल से लौटने के बाद कुमार ने अपना समय सामाजिक सेवा में बिताना शुरू कर दिया।
कोरोना संकट के बीच कुमार ने ऑल केरला कॉलेज एल्मुनाई फेडरेशन वॉलंटियर ग्रुप को अपना समर्थन दिया। इस समूह को केरल के 150 कॉलेजों के छात्रों ने मिलकर बनाया है। यह समूह जरूरतमंद लोगों को खाने का किट और मेडिकल सहायता मुहैया करा रहा है। साथ ही जो लोग घर नहीं लौट पा रहे हैं, उनके लिए टिकट मुहैया करा रहा है। कुमार ने अपने खर्चे से 61 भारतियों को चार्टर्ड फ्लाइट से भारत वापस भेजा। कुमार ने बताया कि जवान बेटे की मौत के बाद वह टूट गए थे लेकिन तभी उनके मन में दूसरों की मदद करने का विचार आया और खुद को समज सेवा में लगा दिया। उन्होंने कहा कि जब आप जिंदगी में अपने किसी चहेते को खोते हो तो पता चलता है कि पैसा ही सबकुछ नहीं होता। कुमार ने कहा कि आजतक मैंने जो भी कमाया या जोड़ा अपने बेट के लिए किया। उसके जाने के बाद सब बिखर गया। कुमार का इकलौता बेटा था रोहित कृष्णकुमार, जो ब्रिटेन में मैनचेस्टर विश्वविद्यालय में मेडिकल कर रहा था।