लद्दाख
लद्दाख में एलएसी पर तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बीते तीन महीने से ज्यादा समय से जारी गतिरोध के बीच एक बार फिर वहां से झड़प की खबरें आ रही हैं। इस बार चीन ने दावा किया है कि भारतीय सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर वार्निंग शॉट्स फायर किए हैं। चीनी सेना के प्रवक्ता का दावा है कि पैंगॉन्ग झील के दक्षिणी तट पर भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करते हुए फायरिंग की है। चीनी सेना के प्रवक्ता ने कहा, चीनी सैनिकों (पीएलए) को हालात को काबू में लाने के लिए जवाबी कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा।’ हालांकि भारत की तरफ से इसे लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। चीनी सेना के प्रवक्ता ने कहा, ‘भारतीय सेना ने गैरकानूनी तरीके से एलएसी पार की और पैंगोन्ग लेक के दक्षिणी किनारे और शेनपाओ माउंटेन इलाके में घुस आए। चीनी सेना के प्रवक्ता की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि ‘ऑपरेशन के दौरान, भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को धमकी देने के अंदाज में फायरिंग की। पीएलए को हालात को स्थिर करने के लिए जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा।’ चीन ने इसे बेहद भड़काऊ कार्रवाई करार दिया। बता दें कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को हुई हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव काफी बढ़ गया है। चीनी जवान भी हताहत हुए, लेकिन पड़ोसी देश ने उनका ब्योरा नहीं दिया। अमेरिका की एक खुफिया रिपोर्ट के अनुसार चीन के भी 35 जवान मारे गये थे।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ मॉस्को में संभावित वार्ता से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन के साथ सीमा पर बनी स्थिति को पड़ोसी देश के साथ समग्र रिश्तों की स्थिति से अलग करके नहीं देखा जा सकता। विदेश मंत्री ने पूर्वी लद्दाख के हालात को ‘बहुत गंभीर’ करार दिया और कहा कि ऐसे हालात में दोनों पक्षों के बीच राजनीतिक स्तर पर ‘बहुत बहुत गहन विचार-विमर्श’ की जरूरत है।