चंडीगढ़
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किसानों के लिए लाए जा रहे तीन विधेयकों का विरोध करते हुए शुक्रवार को पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के घर के बाहर किसान ने जहर खा लिया। बादल गांव के एक किसान ने मौके पर मौजूद अपने साथियों को बताया कि उसने जहर खा लिया है। तुरंत आनन फानन में एंबुलेंस बुलाई गई और उसे अस्पताल ले जाया गया। मिली जानकारी के अनुसार 60 वर्षीय किसान ने शुक्रवार सुबह अन्य किसानों को बताया कि उन्होंने जहर खा लिया है। जिस पर तुरंत एंबुलेंस बुलाई गई और प्रदर्शन स्थल के पास तैनात पुलिस अधिकारियों को भी सूचना दी गई। पुलिस उसे पास के अस्पताल में ले गई जहां उसकी हालत गंभीर है। बता दें लोकसभा ने गुरुवार को कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक पारित कर दिया था। आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक पहले ही पारित हो चुका है। बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि बिलों के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में किसान आंदोलित हैं। वहीं पंजाब में पूर्व सीएम बादल के घर के बाहर किसान 6 दिन से धरने पर बैठे हैं। इस विधेयक के विरोध में कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि सरकार द्वारा लाए गए कृषि संबंधी विधेयक हरित क्रांति के मकसद को बेमानी बना देंगे और ये ‘कृषि के भविष्य का मत्यु नाद’ साबित होंगे। इसने आरोप लगाया कि मोदी सरकार कोरोना वायरस महामारी की तरह किसानों के जीवन और उनकी आजीविका पर हमला कर रही है। कांग्रेस के सांसदों ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए। पंजाब से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस के लोकसभा सदस्यों ने बृहस्पतिवार को संसद परिसर में कृषि से संबंधित विधेयकों की प्रतियां जलाईं और इनको वापस लेने की मांग की। इसके साथ ही शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कृषि से जुड़े विधेयकों का विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल से हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे के बाद कहा कि उनकी पार्टी राजग में रहने या नहीं रहने को लेकर बाद में पार्टी की एक बैठक में निर्णय लेगी। संसद के बाहर बादल ने कहा कि शिअद किसानों और उनके कल्याण के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि भविष्य के कदम और भाजपा नीत राजग गठबंधन में रहने या नहीं रहने को लेकर बाद में पार्टी की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।