स्वच्छ समाज से ही स्वस्थ राष्ट्र की आधारशिला रखी जा सकती है: योगी आदित्य नाथ

लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने ऐलान किया कि उन्हें 22 करोड़ जनता के हितों को संरक्षण देना है, चार महीने बाद वह आपरेशन पर निकले हैं। ऐसे में अब कड़े फैसले तो लेने ही होंगे। इससे कुछ को अच्छा लगेगा तो कुछ को बुरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने शुक्रवार को यह बात लखनऊ मिलेनियम स्कूल में मीडिया द्वारा आयोजित स्वच्छता का शंखनाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर नीयत ठीक हो तो लक्ष्य प्राप्त हो सकता है। स्वच्छ समाज से ही स्वस्थ राष्ट्र की आधारशिला रखी जा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत का सपना देखा है। इस सपने के अनुरूप हम लोग यूपी में स्वच्छ भारत मिशन को कामयाब बनाएंगे। इस काम में सामाजिक संगठनों व मीडिया की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलेनियम स्कूल, समाचार पत्र समूह व सुविख्यात कलाकार अक्षय कुमार व भूमि पेडनेकर ने इस अभियान में बड़ा योगदान दिया है। इन कलाकारों ने फिल्म के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी समझी और प्रधानमंत्री के आह्वान से खुद को संबद्ध किया और फिल्म टायलेट : एक प्रेम कथा बना कर इसे स्वच्छता अभियान से जोड़ा। मैं समझता हूं कि देश में हिन्दुस्तान पहला ऐसा समाचार पत्र है जिसने स्वच्छता अभियान से खुद को जोड़ा है।

इस सवाल पर कि आप प्रदेश में राजनीतिक सफाई के लिए क्या कर रहे हैं? यह चुनावी वायदा भी था। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सतत राजनीतिक प्रक्रिया का हिस्सा है। स्वस्थ समाज के लिए स्वच्छता प्रारंभिक चरण है। इसके लिए स्वस्थ राजनीतिक माहौल देना होगा। हम लोग स्वस्थ वातावरण व स्वच्छ प्रशासन देने का काम कर रहे हैं।

क्या इसके लिए कड़े कदम उठाने की उम्मीद की जाए? इस सवाल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश का शासन-प्रशासन पिछले 15 साल से बहुत कुछ पटरी से उतर गया था। जो लीडरशिप रही वह भ्रष्ट रही। जातिवाद व परिवारवाद से जकड़ी हुई थी। इन लोगों के एजेंडे में 22 करोड़ जनता थी ही नहीं। यूपी का विकास हो, यह उनके एजेंडे में ही नहीं था। तो ऐसे में आखिर नौकरशाही करती भी तो क्या? अब चार माह में नौकरशाही ने अच्छे से व एक नई दिशा में काम करना शुरू किया है। पहले यह लोग यहां-वहां समय व्यतीत कर रहे थे।

सीएम से पूछा गया कि आपने कोई फिल्म देखी है, तो उन्होंने कहा, मैंने 25 साल से कोई फिल्म नहीं देखी लेकिन मैं अपने मंत्रिमंडल के साथ जरूर कोशिश करूंगा कि टायलेट : एक प्रेम कथा फिल्म देख सकूं। इस पर साथ बैठे फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने खुश होकर इस प्रस्ताव को सहर्ष स्वीकार किया और कहा कि वह लखनऊ आकर सीएम के लिए फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग करने को तैयार हैं।

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