हिमाचल में गुडिया रेप व मर्डर के मामले में आईजी समेत आठ लोग गिरफ्तार

चंडीगढ़

हिमाचल प्रदेश में गुडिया रेप व मर्डर के मामले में सीबीआई ने प्रदेश पुलिस की एसआईटी के प्रमुख आईजी जहूर एच जैदी समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। इसी पुष्टि सीबीआई के प्रवक्ता आरके गोड ने की है। गिरफ्तार किए गए लोगों में दो डीएसपी भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन सभी को हवालात में मारे गए एक आरोपी सूरज की मौत के मामले में हिरासत में लिया गया है। गौरतलब है कि हिमाचल पुलिस ने गुड़िया रेप व मर्डर के माले में पांच आरोपियों को हिरासत में लिया था। जिसमें एक आरोपी का जेल में कत्ल कर दिया गया था। इसी सिलसिले में पुलिस के इन अधिकारियों और कर्मचारियों को सीबीआई ने हिरासत में लिया है।

गौरतलब है कि हिमाचल के जिला शिमला की तहसील कोटखाई की एक पंचायत में दसवीं कक्षा की छात्रा शव नग्न हालत में जंगल से बरामद हुआ था। 4 जुलाई को पीड़िता स्कूल से अकेले ही घर के लिए चली थी। स्कूल में चार बजे छुट्टी होती है। अमूमन उसका भाई साथ होता था, लेकिन उस दिन वो स्कूल में खेल प्रतियोगिता के कारण वहीं रुका था। वह अकेले ही जंगल के रास्ते घर की तरफ चल पड़ी। रास्ते में दरिंदों ने उसे दबोच लिया और उसकी इज्जत लूटने के बाद निर्मम हत्या कर दी। पांच जुलाई को जब भाई घर पहुंचा तो उसने दीदी के बारे में पूछा। घर में बताया गया कि वह तो पहुंची ही नहीं। घबराए मां-पिता इलाके के लोगों को लेकर उसे तलाशने निकले। छह जुलाई की सुबह उसकी लाश नग्न हालत में जंगल में गड्ढे में पड़ी मिली। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से खुलासा हुआ था कि उसके साथ दरिंदगी हुई है। छात्रा ने मरने से पहले काफी संघर्ष किया था।

हिमाचल में जांच कर रही एसआईटी के प्रमुख IG जहूर एच जैदी ने प्राथमिक जांच में बताया था कि बताया था कि चार जुलाई को स्कूल से छुट्टी होने के बाद गुड़िया अपनी सहेली के साथ स्कूल से घर के लिए निकली। कुछ दूरी पर दूसरी सहेली अन्य रास्ते से अपने घर की ओर निकल गई। बच्ची अभी कुछ ही कदम चली थी कि उसे एक पिकअप गाड़ी मिली। गाड़ी के चालक राजू ने गुड़िया को गाड़ी में बैठने के लिए कहा। राजू के साथ स्कूल के बच्चे अक्सर बैठते थे। गुड़िया को ऐसा कोई आभास नहीं हुआ कि उसके साथ कोई अनहोनी घटना होगी। वो निश्चिंत होकर गाड़ी में बैठ गई। जब वह गाड़ी में बैठी उसकी सहेली दूसरे रास्ते से चली गई थी। गाड़ी की अगली सीट पर दो युवक बैठे थे। राजू ने उन्हें उतार कर पीछे बैठने को कहा। गुड़िया को फ्रंट में बिठा दिया। राजू बगीचे में स्प्रे मशीन छोड़ने जा रहा था।

स्प्रे मशीन छोड़ने के बाद पांचों ने आपस में सलाह-मशविरा किया। फिर थोड़ी दूर पर गाड़ी रोकी और गुड़िया को गाड़ी से जबरन घसीट कर सड़क से नीचे जंगल में ले गए। यहां पर राजू ने गुड़िया के साथ दुष्कर्म किया। राजू के बाद अन्य चार आरोपियों ने भी बारी-बारी से गुड़िया के साथ दुष्कर्म किया। सभी आरोपी नशे में धुत्त थे। इस दौरान जब वे अप्राकृतिक दुष्कर्म कर रहे थे तो नशे में उन्होंने गुड़िया का मुंह दबा दिया। मिट्टी में मुंह दबने से उसकी सांस रुक गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। लेकिन मीडिया के सवालों का जब हिमाचल पुलिस सामना नहीं कर सकी तो, जनता ने उग्र आंदोलन कर दिया और कोर्ट के आदेशों के बाद सीबीआई मामले की जांच कर रही है।

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