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जयशंकर की इस एक ट्रिक से लाइन पर आया नेपाल, बुरा हुआ चीन का हाल; प्रचंड ने भारत से सदियों पुरानी दोस्ती को किया याद


रतन गुप्ता उप संपादक
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने दो दिवसीय नेपाल दौरे से चीन को चारों खाने चित कर दिया है। जयशंकर ने भारत-नेपाल की सदियों पुरानी विशिष्ट दोस्ती के अंकुर को फिर पल्लवित करके दमदार कूटनीति का नमूना पेश किया है। जयशंकर ने अपनी यात्रा के दौरान नेपाली पीएम प्रचंड, राष्ट्रपति पौडेल समेत पूर्व नेताओं से भी मुलाकात की।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान अपनी एक ट्रिक से नेपाल को लाइन पर ला दिया है। जिस नेपाल को चीन ने भारत के खिलाफ भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी और दोनों देशों के रिश्तों में भारी कड़वाहट पैदा कर दी थी, अब वही दोनों देश अपनी सदियों पुरानी दोस्ती को याद करके संबंधों को और घनिष्ठ बनाने की बात कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को जयशंकर ने नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ से अलग-अलग मुलाकात की। इस दौरान दोनों पक्षों ने सदियों पुराने, विशिष्ट और बहुआयामी नेपाल-भारत संबंधों पर व्यापक चर्चा की। इस साल अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत सुबह नेपाल पहुंचे जयशंकर ने प्रधानमंत्री प्रचंड से उनके कार्यालय सिंह दरबार में मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें शुभकामना प्रेषित की।

बैठक के बाद जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री प्रचंड से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं। जून 2023 में हुई उनकी सफल भारत यात्रा का स्मरण किया, जिसने हमारे संबंधों को नयी गति प्रदान की है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत-नेपाल संबंध वास्तव में विशिष्ट हैं और हमारी साझेदारी क्रमिक रूप से सफलता की ओर बढ़ रही है।’’ प्रचंड ने कहा कि आज की बैठक में दोनों नेताओं ने सदियों पुराने, विशिष्ट और बहुआयामी नेपाल-भारत संबंधों पर व्यापक रूप से विचारों का आदान-प्रदान किया। इससे पहले जयशंकर ने यहां राष्ट्रपति कार्यालय शीतल निवास में राष्ट्रपति पौडेल से शिष्टाचार भेंट की। विदेश मंत्री ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल से मुलाकात कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित की। भारत-नेपाल संबंधों की मजबूती और विस्तार के लिए उनके मार्गदर्शन तथा भावनाओं को महत्व देता हूं।
जयशंकर ने एक दौरे में सबको साधा
नेपाली राष्ट्रपति कार्यालय के एक सूत्र ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति पौडेल ने नेपाल और भारत के बीच संपर्क, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने तथा जलविद्युत के क्षेत्रों में साझेदारी व सहयोग की जरूरत पर जोर दिया।’’ जयशंकर ने शाम में पूर्व प्रधानमंत्रियों शेर बहादुर देउबा, के पी शर्मा ओली और माधव कुमार नेपाल से अलग-अलग मुलाकात की। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘ पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से मुलाकात कर प्रसन्नता महसूस हुई। भारत-नेपाल संबंधों में प्रगति पर चर्चा की। हमारी बढ़ती भागीदारी के लिए उनके निरंतर समर्थन का सम्मान करता हूं।’’ मंत्री ने ओली के साथ अपनी मुलाकात को ‘‘अच्छी’’ बताया और कहा कि उन्होंने भारत-नेपाल द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की। इससे पूर्व नेताओं के मन में चीन द्वारा भारत के खिलाफ पैदा की गई नफरत की जमी बर्फ भी पिघल गई।
नेपाल में क्रिकेट को बढ़ावा
जयशंकर ने नेपाल क्रिकेट टीम के सदस्यों से भी बातचीत की। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘उनकी तैयारियों में भारत के समर्थन का आश्वासन दिया। नेपाल में क्रिकेट के विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।’’ इससे पहले, नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सउद ने यहां त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जयशंकर का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौके पर अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। जयशंकर ने आज सुबह काठमांडू पहुंचने के बाद ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”2024 के अपने पहले दौरे के तहत फिर से नेपाल आकर खुश हूं। अगले दो दिन में होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए उत्सुक हूं।

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