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नौतनवा ,सोनौली के सरहद की नई पगडंडियों से बाइकर्स गैंग ने संभाली कपड़ा ,कबाड़ तस्करी की कमान


रतन गुप्ता उप संपादक
नौतनवा ,सोनौली सीमाक्षेत्रो से कपड़ा ,कबाड़ ,की तस्करी जोरों से जारी है

महराजगंज। भारत-नेपाल सरहद से सटे सीमावर्ती इलाकों में नई पगडंडियों से कपड़ा ,कबाड़ की तस्करी फिर एक बार जोरों से हाे रही है। खास बात यह है कि तस्करी की कमान बाइकर्स गैंग ने संभाल रखी है। तस्करी का कारोबार संभालने के लिए नारायणी नदी से सटे एसएसबी बीओपी पथलहवा से लेकर सोनौली नौतनवा तक बाइकर्स गैंग सक्रिय हैं। क्योंकि इन रास्तों पर सुरक्षा कर्मियों की नजर नहीं है। तस्कर नेपाल राष्ट्र से सस्ते रेट पर कबाड़ लाकर भारत में बेच मोटी रकम कमाते हैं। कपड़ा सोनौली ,नौतनवा से नेपाल ले जा रहे हैं ।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसियों ने सरहद पर बड़े वाहनों से कबाड़ की होने वाली तस्करी पर शिकंजा कसा तो तस्करों ने बाइकर्स गैंग तैयार कर ली। तस्करों ने इस बाइकर्स गैंग को मालवाहक के रूप में हर वक्त सरहद पर तैयार कर रखा है। बाइकर्स गैंग प्रतिदिन तीन से चार बार सरहद पार कर कबाड़ लाने का काम कर रहे हैं। इस गैंग को प्रति खेप में एक निर्धारित वजन की कबाड़ लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बाइकर्स गैंग तस्करों के लिए सरहद की कच्ची पगडंडी सुलभ साधन है। जब सरहद के मुख्य नाकों पर सुरक्षा एजेंसियां चेकिंग अभियान तेज कर देती हैं तो तस्कर पगडंडी मार्ग का प्रयोग धड़ल्ले से करने लगते हैं। ऐसे में सरहद पर तस्कर सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर अपने मंसूबे में सफल हो जाते हैं। बीते दिनों सीमावर्ती क्षेत्र में कबाड़ बरामद हुआ था। बाइक से तस्कर कबाड़ ले जा रहे थे।

सीमावर्ती क्षेत्रों में रकम लेकर कुछ लोग करते हैं मदद
भारत-नेपाल सरहद से सटे पुलिस चौकियों और थानों पर माल पार कराने के लिए लेवी देनी पड़ती है। लेवी देने का क्रम सरहद से सटे गांव से शुरू होकर मुख्य गोदाम तक होती है। इतना ही नहीं सरहद पार करते ही कुछ लोगों को भी लेवी चुकानी पड़ती है। यदि माल जिले के बाहर किसी दूसरे जिले या प्रदेश ले जाना है, तो उसके लिए सरगना कई लाइनमैन की नियुक्ति करते हैं। वही जो लेवी देने से कतराते हैं, वे जल्दी गिरफ्त में आ जाते हैं। तस्करों ने भारत नेपाल सरहद पर कई तरीका अपना रखा है। बाइकर्स गैंग की ओर से कम मात्रा में लायी जाने वाली कबाड़ को इकट्ठा किया जाता है। इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्र में कई गुपचुप गोदाम तैयार किया गया है। गोदाम में माल जमा होने के बाद तस्कर अन्य जगहों पर भेज देते हैं। जहात तक कपड़ों की तस्करी का मामला है इस गैन्ग में लाईन बांध कर काम किया जा रहा है सोनौली ,नौतनवा गोदामों में रखा कपड़ा अरबों में है । जिसकी तस्करी बार से प्रतिदिन होती है ।

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