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सर्द मौसम में बिक गए 4 करोड़ के हीटर, ब्लोअर, दुकानदारों की चांदी


रतन गुप्ता उप संपादक

गोरखपुर
विजय चौराहा के दुकानदार पदम अग्रवाल ने बताया कि लोगों में जागरूकता बढ़ गई है। ऑयल हीटर महंगा है तो इसका विकल्प कार्बन हीटर बन गया है। रूम में कार्बन हीटर के इस्तेमाल से ऑक्सीजन बहुत कम जलता है। इससे सेहत को नुकसान नहीं होता है।

कड़ाके की ठंड ने दस्तक दी तो रूम हीटर और ब्लोअर की बिक्री अचानक बढ़ गई है। शहर में एक सप्ताह की ठंड में 4 करोड़ रुपये के रूम हीटर और ब्लोअर बिक गए। अचानक मांग बढ़ने का असर है कि बाजार में ब्रांडेड हीटर की कमी हो गई है, क्योंकि ठंड कम होने के कारण व्यापारियों ने पर्याप्त मात्रा में इलेक्ट्रिक सामान नहीं मंगाए थे।

कोतवाली रोड, रेती रोड सहित अन्य क्षेत्रों की इलेक्ट्रिक की दुकानों में रूम हीटर, ब्लोअर, गीजर की बिक्री बढ़ गई है। ठंड से राहत पाने के लिए लोग अलाव के तामझाम की बजाए रूम हीटर और ब्लोअर खरीद रहे हैं। कोतवाली रोड के व्यापारी अमरेश श्रीवास्तव ने बताया कि एक सप्ताह की ठंड से शहर में 4करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ होगा। चेंबर ऑफ इलेक्ट्रिक से जुड़े 200 दुकानदार हैं। औसतन हर दुकान में 30हजार रुपये से अधिक की बिक्री हुई है।

विजय चौराहा के दुकानदार पदम अग्रवाल ने बताया कि लोगों में जागरूकता बढ़ गई है। ऑयल हीटर महंगा है तो इसका विकल्प कार्बन हीटर बन गया है। रूम में कार्बन हीटर के इस्तेमाल से ऑक्सीजन बहुत कम जलता है। इससे सेहत को नुकसान नहीं होता है।

कोतवाली रोड व्यापारी राजीव रस्तोगी ने कहा कि ठंड के मौसम में शुरुआती दौर में अधिक ठंड नहीं पड़ी तो माल डंप हो गया था, लेकिन अंतिम दौर की ठंड में रूम हीटर, ब्लोअर खूब बिके हैं। ब्रांडेड हीटर बाजार में नहीं मिल रहे हैं। स्टैंड गीजर की मांग अधिक है।

व्यापारी रेती रोड विकास गुप्ता ने कहा कि ठंड के मौसम रूम हीटर, ब्लोअर और गीजर खूब बिक रहे हैं। अंतिम दौर में ठंड पड़ी है, इस कारण लोगों को कुछ सामान आसानी से नहीं मिल रहे हैं। जिनके वहां जो सामान कम है, वे मंगा नहीं रहे हैं, क्योंकि माल डंप होने का जोखिम है

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